ड्राय फ्रूट भी एक तरह का फ्रूट ही है। फर्क सिर्फ ये है कि उसे सुखाकर उसका पानी पूरी तरह खत्म कर दिया जाता है और अंत में जो बचता है, वो तमाम तरह के न्यूट्रिएंट्स से भरपूर फल होता है, जिसकी शेल्फ लाइफ बढ़ जाती है। शेल्फ लाइफ बढ़ने का अर्थ है कि वह जल्दी खराब नहीं होता क्योंकि उसका पानी पूरी तरह सूख गया है।
आगे बढ़ने से पहले ड्राय फ्रूट्स से जुड़े इन महत्वपूर्ण तथ्यों को जान लीजिए।
1. ड्राय फ्रूट्स में मौजूद न्यूट्रिएंट्स ओरिजिनल फ्रूट के न्यूट्रिएंट्स के बराबर ही होते हैं। सुखाने से उनके पोषक तत्वों में कमी नहीं आती।
2. ड्राय फ्रूट्स में ओरिजिनल फ्रूट के मुकाबले साढ़े तीन गुना ज्यादा फाइबर होता है।
3. ड्राय फ्रूट्स को सुखाने के कारण उनका विटामिन C तकरीबन नष्ट हो जाता है। इसलिए ड्राय फ्रूट्स में विटामिन्स नहीं होते।
4. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के मुताबिक ड्राय फ्रूट्स फाइबर से भरपूर होते हैं और यह एंटीऑक्सिडेंट, विशेष रूप से पॉलीफेनोल का एक बड़ा स्रोत हैं।
5. पॉलीफेनोल ऐसा एंटीऑक्सिडेंट है, जिसकी शरीर को चलाने में केंद्रीय भूमिका है। जैसेकि इसके होने से बॉडी में ब्लड फ्लो बेहतर होता है। जो भी हम खा रहे हैं, वो ढंग से डायजेस्ट होता है। बॉडी में लगातार जो ऑक्सीडेटिव डैमेज हो रहा है, उसकी भरपाई होती रहती है और शरीर की इम्यूनिटी यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
6. नेशनल हेल्थ एंड न्यूट्रीशन, यूएस के एक सर्वे में देखा गया कि प्रतिदिन ड्राय फ्रूट्स का सेवन करने वाले लोगों के शरीर में जरूरी विटामिन्स और मिनरल्स की डेफिशिएंसी कम थी और उनके गट माइक्रोबायोम्स की संख्या भी ज्यादा थी।
7. नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में वर्ष 2018 में प्रकाशित एक स्टडी के मुताबिक रोजमर्रा के भोजन में ड्राय फ्रूट्स को शामिल करना लाइफ स्टाइल बीमारियों की संभावना को 23 फीसदी तक कम कर देता है।
8. तकरीबन सभी ड्राय फ्रूट्स एसेंशियल ऑयल, प्रोटीन, पोटैशियम और कैल्शियम का समृद्ध स्रोत हैं।
9. हार्वर्ड मेडिकल स्कूल की एक स्टडी के मुताबिक इरिटेबल बाउल सिंड्रोम और कब्ज की स्थिति में ड्राय फ्रूट्स काफी फायदेमंद होते हैं क्योंकि यह फाइबर से भरपूर हैं।
10. बहुत से ड्राय फ्रूट्स और खासतौर पर अखरोट ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर होते हैं। ओमेगा-3 हमारे रक्त में ट्राइग्लिसराइड्स के लेवल को कम करने में मदद करता है।
11. नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित 2017 की एक स्टडी ड्राय फ्रूट्स और टाइप-2 डायबिटीज पर केंद्रित है। इस स्टडी के मुताबिक ड्राय फ्रूट्स कुछ मेटाबॉलिकल कंडीशंस जैसे इंसुलिन रेजिस्टेंस और टाइप-2 डायबिटीज में फायदेमंद हैं। ड्राय फ्रूट्स में मौजूद मैक्रो और माइक्रो न्यूट्रिएंट्स डायबिटीज को कंट्रोल में रखने में मददगार हैं।
डायबिटीज हो तो कौन से ड्राय फ्रूट्स खाने चाहिए
ड्राय फ्रूट्स हर व्यक्ति के लिए फायदेमंद है, लेकिन अगर आपको डायबिटीज है और आपका ब्लड शुगर लेवल पहले से हाई है तो आपके लिए ऐसे ड्राय फ्रूट्स बेहतर विकल्प होंगे, जिनमें पोषक तत्व तो हों, लेकिन शुगर की मात्रा कम हो।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के मुताबिक शुगर के रोगियों को किशमिश, मुनक्का और सूखे हुए मीठे फल जैसेकि स्ट्रॉबेरी, मैंगो, पायनेपल, चेरीज वगैरह नहीं खाने चाहिए क्योंकि इनमें शुगर की मात्रा ज्यादा होती है।
अब सवाल उठता है कि फिर क्या खाना चाहिए। तो आइए नीचे दिए ग्राफिक से समझते हैं कि आपके लिए कौन से ड्राय फ्रूट्स बेस्ट होंगे।