Is Sleeping Left Side is Bad For Heart: आजकल हार्ट के मामले तेजी से बढ़े हैं। ऐसे में लोगों को हर समय हार्ट की सेहत बिगड़ने का डर सताता है। डर के कारण लोग हार्ट हेल्थ के प्रति गंभीर भी हुए हैं। ऐसे में लोग हार्ट हेल्थ के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानना चाहते हैं। ऐसा ही एक सवाल हमें गूगल पर मिला जिसमें यह पूछा गया था कि क्या बाईं ओर सोना हार्ट को नुकसान पहुंचा सकता है? कई लोगों को बाईं करवट सोने की आदत होती है और हमारा हार्ट भी शरीर के बाईं ओर होता है। इस बात में कोई शक नहीं है कि स्लीपिंग पोजिशन का अच्छा और बुरा असर शरीर पर पड़ता है। इस लेख में जानेंगे हार्ट हेल्थ पर लेफ्ट स्लीपिंग पोजिशन का असर पड़ता है या नहीं।
क्या बाईं ओर सोने से हार्ट को नुकसान पहुंचता है?- Is Sleeping Left Side is Bad For Heart
साल 1997 में यह पहली बार नोटिस किया गया कि करवट लेकर सोने से हार्ट की इलेक्ट्रिकल एक्टिविटी में बदलाव आया है। स्टडी में ऐसे लोगों के हार्ट में ज्यादा बदलाव देखा गया जो बाईं करवट सोते हैं। साल 2018 की स्टडी में भी यह बताया गया कि लेफ्ट साइड सोने से ईसीजी रीडिंग में बदलाव देखा गया है। वहीं यह भी देखा गया कि जब लोगों को दाईं तरफ सुलाया गया, तो ईसीजी में कोई बदलाव नहीं आया। हालांकि इस बदलाव को मशीन में नोटिस किए जाने के बावजूद डॉक्टर्स यह नहीं कहते कि लेफ्ट साइड सोने से हार्ट को नुकसान पहुंचता है या राइट साइड सोना, हार्ट के लिए फायदेमंद होता है।
हार्ट के लिए सोने की बेस्ट पोजिशन क्या है?- Best Sleeping Position For Heart
अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन की मानें, तो सोने की पोजिशन से ज्यादा, हार्ट के लिए नींद पूरी करना जरूरी है। अगर आप रोज 7 से 8 घंटे की नींद पूरी करते हैं, तो हार्ट को हेल्दी रख सकते हैं। अगर आप नींद पूरी नहीं करेंगे, तो हाई बीपी, हार्ट फेलियर, पल्मोनरी हाइपरटेंशन और हार्ट की अन्य समस्याएं हो सकती हैं। ऐसी कोई खास पोजिशन नहीं है जो हार्ट के लिए अधिक फायदेमंद हो। अगर आपको हार्ट फेलियर की समस्या हो चुकी है, तो पेट के बल सोने से बचना चाहिए। पेट के बल सोने से सांस लेने में भी परेशानी होने लगती है इसलिए ऐसा करने से बचना चाहिए। डॉ अभिषेक ने बताया कि अगर आप खर्राटे लेते हैं या दिन में सोते हैं, तो ये स्लीप एपनिया के लक्षण हो सकते हैं। स्लीप एपनिया का इलाज न करने से हार्ट की रिदम बिगड़ जाती है और हाई बीपी जैसी समस्याएं होने लगती हैं। ऐसे लक्षण नजर आने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।